एल्गो ट्रेडिंग की 5 सर्वोत्तम रणनीतियाँ | 5 Best Algo Trading Strategies in Hindi

Algo Trading Strategies in Hindi

Algo Trading Strategies in Hindi: आपको पता ही होगा कि पहले के टाइम में लोग फोन करके ब्रोकर से ट्रेड लेते थे। उसके बाद मोबाइल का जमाना आया और अब जो भविष्य है वह है एल्गो ट्रेडिंग का। इस एल्गो ट्रेडिंग में आपको खुद से बैठकर ट्रेडिंग करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

अगर आपने एक बार अपना एल्गोरिदम और रणनीतियाँ बना लिया और फिर इनको उत्तम कर लिया, तो उसके बाद वह एल्गोरिथम खुद ट्रेड करेंगे और आपको प्रॉफिट बना कर देंगे। 

इसीलिए आज हम इस लेख में शीर्ष के कुछ रणनीतियाँ के बारे में जानेंगे, जिनको एल्गर ट्रेडर्स उपयोग करके भारी मुनाफा बना सकते हैं। तो हर एक ट्रेडर को इन रणनीतियों के बारे में जानना जरूरी है, ताकि वह अपने ट्रेडिंग योजना में इन रणनीतियों को अच्छे से इस्तेमाल कर सके। 

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एल्गो ट्रेडिंग को सरल शब्दों में समझने की कोशिश करें तो इसमें कंप्यूटर प्रोग्राम्स इस्तेमाल किए जाते हैं ट्रेड्स को एग्जीक्यूट करने के लिए। यह कंप्यूटर प्रोग्राम विशिष्ट निर्देश को फॉलो करते हैं जैसे की सॉफ़्टवेयर द्वारा डिजायन किया गया ट्रेडिंग स्ट्रेटजी। 

एल्गो ट्रेडिंग को एल्गोरिथम ट्रेडिंग (Algorithm Trading) भी कहा जाता है। यह एक्यूरेसी और क्षमता को बढ़ाता है और मानवीय भावना को भी कंट्रोल करता है। इसीलिए एल्गो ट्रेडिंग से काफी सारे ट्रेडर्स भारी मुनाफा कमाते हैं। 

एल्गो ट्रेडिंग एक सिंपल सी चीज है, जहां पर एग्जीक्यूशन स्पीड बढ़ जाती है। ट्रेडर्स की जो रणनीति, तकनीक और सिस्टम है, उसको ट्रेडर्स मैन्युअल इस्तेमाल नहीं करते बल्कि उसके पीछे रोबोट छोड़ देते हैं यानी की सॉफ्टवेयर के मदद से करते हैं। और इसी को ही कहते हैं कि ट्रेडर्स अपने खुद से काम करने के वजह एक एल्गो सेट कर दिया। 

अगर हम इसको एक साधारण उदाहरण से समझते हैं तो, अगर कोई ट्रेडर को 20 सेकंड में 40 आर्डर सेट करने हो तो उसको यह मैन्युअल करना संभव नहीं है। लेकिन वहीं पर अगर आप एल्गो को इस तरीके से गाइड करोगी तो 20 सेकंड के अंदर 40 आर्डर किया वह 100 ऑर्डर्स भी सेट कर देगा। [Algo Trading Strategies in Hindi]


वैसे तो ट्रेडिंग में बहुत तरह के रणनीतियाँ इस्तेमाल किए जाते हैं, लेकिन आज हम जानेंगे 5 सर्वोत्तम एल्गो ट्रेडिंग रणनीतियाँ जो कि हर एक ट्रेडर को जानना जरूरी है:

  1. गति और रुझान आधारित रणनीति (Momentum and Trend Based Strategy)
  2. मध्यस्थता रणनीति (Arbitrage Strategy)
  3. माध्य प्रत्यावर्तन रणनीति (Mean Reversion Strategy)
  4. सांख्यिकीय मध्यस्थता रणनीति (Statistical Arbitrage Strategy)
  5. भारित औसत मूल्य रणनीति (Weighted Average Price Strategy)

गति और रुझान आधारित रणनीति एल्गो ट्रेडिंग रणनीतियों में से सबसे ज्यादा उपयोग किया जाने वाले और सबसे सरल रणनीति माने जाते हैं। जब कोई ट्रेडर चार्ट के बेसिस पर कोई भी स्टॉक के गति और रुझान को प्रिडिक्ट करते हैं, तो उसे मोमेंटम और ट्रेंड बेस्ड स्ट्रेटजी कहा जाता है।

मोमेंटम ट्रेडिंग रणनीति के हिसाब से जिन शेयरों ने अतीत में अच्छा प्रदर्शन किया है, वह अच्छा प्रदर्शन करना जारी रखेंगे। ओरि जिन शेयरों ने अतीत में खराब प्रदर्शन क्या है, वह आगे भी गिरावट जारी रखेगी।

जबकि trend based रणनीति बाज़ार में मौजूदा रुझानों की निरंतरता का लाभ उठाने का प्रयास करती है। ट्रेंड आधारित रणनीति ट्रेंडिंग मार्केट में अच्छा काम करती है, लेकिन साइडवेज़ मार्केट में खराब प्रदर्शन करती है। मतलब कि इस रणनीति का उपयोग करके आप तब लाभ उठा सकते हैं जब यह अपट्रेंड या तो डाउन ट्रेंड में होंगे। [Algo Trading Strategies in Hindi]

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इस रणनीति को उदाहरण के रूप से समझने की कोशिश करते हैं: एल्गोरिथम ट्रेडिंग के सॉफ्टवेयर के सिस्टम इस तरह से सेट किया जा सकता है कि जब शेयर की प्राइस 50-दिन मूविंग एवरेज, 200-दिन मूविंग एवरेज के ऊपर चला जाए तो यह खरीदारी का संकेत दे और अगर 50-दिन मूविंग एवरेज, 200-दिन मूविंग एवरेज के नीचे चला जाए तो यह बेचेका संकेत दे। 


आर्बिट्रेज रणनीति भी एल्गो ट्रेडिंग में ट्रेडर्स द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले एक रणनीति है। मान लेते हैं कि कोई स्टॉक है वह NSE पे ₹50 पर चल रहा है और से ही टाइम में BSE मैं उसका प्राइस ₹52 चल रहा है। तो किसी स्टॉक को एक एक्सचेंज में कम प्राइस पे खरीद लेना और दूसरे एक्सचेंज में उसे ज्यादा प्राइस पे बेच के प्रॉफिट बनाने को ही आर्बिट्रेज रणनीति बोलते हैं।

इसे हम सरल शब्दों में समझे तो एक स्टॉक को किसी एक मार्केट से undervalued पर खरीद के किसी दूसरी मार्केट में overvalued होने पर बेच देना। इसीलिए इस रणनीति में कम जोखिम पर अच्छा खासा प्रॉफिट मिलता है, क्योंकि इसमें ट्रेडर्स हाई वॉल्यूम के साथ ट्रेड्स एग्जीक्यूट कर सकते हैं।

इसमें एल्गोरिथम का सिस्टम ऐसे डिजाइन किया गया है कि मनुष्य के तुलना में यह बहुत तेजी से ट्रेड्स को एग्जीक्यूट कर पाते हैं। एल्गोरिदम को पूर्व निर्धारित नियमों के साथ कोडित किया गया है इसीलिए यह एक दिन में हजारों ट्रेड निष्पादित कर सकता है। [Algo Trading Strategies in Hindi]


मीन रिवर्जन रणनीति एल्गो ट्रेडिंग में उपयोग किए जाने वालों रणनीतियों में से एक है। मीन रिवर्जन रणनीति लागू करने के लिए ट्रेडर्स को पहले से स्टॉक के प्राइस का एवरेज समय अवधि पर निकलना पड़ेगा। 

यह एवरेज प्राइस फिर एक रेफरेंस बिंदु के रूप में इस्तेमाल होता है, की कोई स्टॉक अभी underpriced है या फिर overpriced है। जब कोई स्टॉक underpriced है तो यह रणनीति खरीदने का संकेत देता है और जब कोई स्टॉक overpriced है तो यह रणनीति बेचने का संकेत देता है। 

माध्य प्रत्यावर्तन रणनीति का उद्देश्य अस्थायी मूल्य सीमा में बाजार व्यापार की घटना का फायदा उठाना और कीमत को उसके औसत या (माध्य) पर वापस लाना है; इसलिए, नाम का अर्थ प्रत्यावर्तन है। 

एक माध्य प्रत्यावर्तन रणनीति की कल्पना करने के लिए, हमारा लक्ष्य होगा कि यदि बाजार मौजूदा सीमा के उच्च स्तर के करीब पहुंच जाए तो बेचें और सीमा के निचले स्तर के करीब कहीं खरीदारी करें।

इन दोनों मामलों में, माध्य प्रत्यावर्तन रणनीति का लक्ष्य अल्पकालिक मूल्य दिशा के विरुद्ध व्यापार करना है और अनुमान लगाना है कि कीमत जल्दी ही अपनी पिछली सीमा पर वापस आ जाएगी।

इस रणनीति को उदाहरण के रूप से समझने की कोशिश करते हैं; ट्रेडर्स शॉर्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म रुझान निर्धारित करने के लिए मूविंग एवरेज का उपयोग कर सकते हैं जैसे की 5-दिन और 20-दिन मूविंग एवरेज। 

जब बाजार मूल्य 20-दिन मूविंग एवरेज से नीचे गिर जाता है तो तब खरीदारी का ऑर्डर लगाएं, क्योंकि बाजार मूल्य ऊपर की ओर जा सकता है। और जब बाजार मूल्य 20-दिन मूविंग एवरेज से ऊपर बढ़ जाता है, तो तब बिकवाली का आर्डर लगाएं, क्योंकि बाजार की मूल्य नीचे की ओर जा सकता है। [Algo Trading Strategies in Hindi]


स्टैटिसटिक्स आर्बिट्रेज एक बाजार-तटस्थ व्यापार है जो बाजार में गलत मूल्य निर्धारण की पहचान करने और विसंगतियों से लाभ कमाने के लिए सांख्यिकीय विश्लेषण का उपयोग करता है। इस रणनीति का लक्ष्य उन विसंगतियों का लाभ उठाकर छोटे-छोटे लगातार लाभ कमाना है जो नग्न आंखों को दिखाई नहीं दे सकती हैं।

लेकिन समय के साथ महत्वपूर्ण रिटर्न जोड़ सकता है। स्टैटिसटिक्स आर्बिट्रेज रणनीति को लागू करने के लिए व्यापारी आम तौर पर बाजार में छूटी हुई कीमतों की पहचान करने के लिए जटिल एल्गोरिदम और कंप्यूटर मॉडल का उपयोग करते हैं और उच्च आवृत्ति में व्यापार करते हैं, जबकि व्यक्तिगत व्यापार छोटे हो सकते हैं।

व्यापार की तीव्र प्रकृति व्यापारियों को बाज़ार में छोटी-छोटी विसंगतियों से भी लाभ कमाने की अनुमति देती है। हालांकि व्यक्तिगत व्यापारियों या निवेशकों के लिए अपने दम पर एक स्टैटिसटिक्स आर्बिट्रेज रणनीति को सफलतापूर्वक लागू करना मुश्किल हो सकता है।

पेशेवर व्यापारी और निवेशक इस रणनीति के माध्यम से महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त करने में सक्षम हुए हैं। वास्तव में, कुछ सबसे सफल हेज फंड और ट्रेडिंग फर्मों ने सांख्यिकीय मध्यस्थता रणनीति के माध्यम से करोड़ों कमाए हैं। [Algo Trading Strategies in Hindi]


एल्गो ट्रेडिंग में सबसे अच्छा और सबसे कुशल रणनीतियों में से एक है यह weighted average price रणनीति। यह स्ट्रेटजी Volume-Weighted Average Price (VWAP) और Time-Weighted Average Price (TWAP) के आधारित पर होता है।

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वॉल्यूम-भारित औसत मूल्य रणनीति एक तकनीकी रणनीति है जो कीमत और ट्रेडिंग वॉल्यूम दोनों को ध्यान में रखती है। एक सिंपल मूविंग एवरेज के विपरीत जो प्रत्येक डेटा बिंदु को समान भार देता है। वॉल्यूम-भारित औसत मूल्य उन मूल्य बिंदुओं पर अधिक जोर देता है जहां ट्रेडिंग वॉल्यूम अधिक होता है। 

समय-भारित औसत मूल्य एक ट्रेडिंग एल्गोरिदम है जिसका उद्देश्य एक निर्दिष्ट अवधि में समान रूप से एक बड़े ऑर्डर को निष्पादित करना है। सभी आदेशों को एक साथ निष्पादित करने के विपरीत। यह उपकरण बाज़ार प्रभाव को कम करने के लिए छोटे अवसरों में ऑर्डर देता है।

इस रणनीति का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि ट्रेडिंग सत्र के दौरान औसत निष्पादन मूल्य औसत बाजार मूल्य के करीब हो। 

भारित औसत कीमत एक निश्चित अवधि के लिए व्यापारियों की सामूहिक भावना को दर्शाती है। यह व्यापारियों को यह समझने में मदद करता है कि किसी भी समय बाजार में तेजी है या मंदी। यह रणनीति इष्टतम प्रवेश और निकास बिंदुओं के लिए एक मार्गदर्शिका के रूप में काम कर सकती है। [Algo Trading Strategies in Hindi]


एल्गोरिथम ट्रेडिंग के फायदे भी होते हैं और नुकसान भी होते हैं। एल्गोरिथम ट्रेडिंग का अच्छा या बड़ा होना इस बात पर निर्भर करता है की ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स इसका उपयोग कैसे करते हैं और इसका विभिन्न बाजार में ट्रेडर्स पर क्या प्रभाव पड़ता है।

अगर हम इसके फायदे की बात करें तो इसके जरिए जो ट्रेड प्लेस किए जाते हैं वह बहुत ज्यादा वह बहुत ज्यादा एक्यूरेट होते हैं क्योंकि यह जो ट्रेड्स है यह मनुष्य नहीं बल्कि सॉफ्टवेयर प्रोग्राम द्वारा प्लेस किया जा रहे हैं, इसीलिए उनकी एक्यूरेसी बहुत सटीक रहती है जो की एक आम आदमी नहीं कर सकता।

इसमें किसी भी प्रकार की मानवीय भावनाएँ शामिल नहीं होते हैं तो जो ट्रेडर्स अपने लॉस को बचाने के लिए स्टॉप-लॉस को पीछे कर देते थे वह गलती थी यहां पर नहीं होगी, तो ट्रेडर्स भावनाएँ के चक्कर में अपना ट्रेड खराब नहीं करेंगे।

वहीं दूसरी ओर कुछ लोग यह भी कहते हैं कि एल्गोरिथम ट्रेडिंग हाई फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग होने के कारण इंस्टीट्यूशंस को बेहतर तकनीक और व्यक्तिगत व्यापारियों पर अनुचित बढ़त देता है। बहुत सारे मामलों में देखा गया है कि कई एल्गोरिदम समान रणनीतियों पर आधारित होते हैं, इससे रिटेल ट्रेडर्स को बाजार सहसंबंध और व्यवस्थित जोखिम हो सकता है। [Algo Trading Strategies in Hindi]


तो दोस्तों आप इन सर्वोत्तम रणनीतियाँ को उपयोग करके एल्गो ट्रेडिंग कर सकते हैं। लेकिन अगर आप एक शुरुआती ट्रेडर है और आप मार्केट की थोड़ी बहुत समझ रखते हैं, तो फिलहाल आपको एल्गो ट्रेडिंग कीकोई जरूरत नहीं है। लेकिन अगर आप मार्केट की अच्छी खासी समझ रखते हो तो आपको एल्गो ट्रेडिंग में जाना चाहिए, क्योंकि बहुत सारे बड़े-बड़े ट्रेडर्स कहते हैं कि एल्गो ट्रेडिंग ही अब भविष्य है।

अगर आप एक अच्छा एल्गोरिथम डिजाइन करते हैं या फिर एक ऐसा सिस्टम बनाते हैं जो आपके लिए कुशल हो और इन सारे रणनीतियाँ का पालन करते हैं तो इससे आप बहुत प्रॉफिट बना सकते हैं क्योंकि इसमें सब कुछ ऑटोमेटिक हो जाएगा। 

एल्गो ट्रेडिंग से कई सारी रणनीतियों को बैकटेस्ट किया जा सकता है, जिससे हम यह देख सकते हैं कि हमारी रणनीतियाँ कितनी उपयोगी है और उसके बेसिस पर एल्गोरिथम बनाकर ऑटोमेटेकली प्रॉफिट क्या जा सकता है।

मैं आशा करता हूं कि इस आर्टिकल के द्वारा बताए गए जानकारी आपको अच्छी लगी होगी, अगर आपको और जानकारी चाहिए तो आप हमारे दूसरे लेख भी पढ़ सकते हैं। शेयर मार्केट के संबंध आपको कोई भी जानकारी चाहिए तो आप हमें नीचे कमेंट करके भी बता सकते हैं। [Algo Trading Strategies in Hindi]

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जी हां, आई’एल को ट्रेडिंग सच में काम करती है। यह ज्यादातर फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस हेज फंड्स और बहुत सारे रिटेल ट्रेडर्स भी इसे इस्तेमाल करते हैं। एल्गो ट्रेडिंग में कुछ मानदंडों के आधार पर ट्रेड्स को ऑटोमेटेकली एग्जीक्यूट करने के लिए कंप्यूटर एल्गोरिथम्स का उपयोग किया जाता है।

मोमेंटम ट्रेडिंग भी एक सिस्टमैटिक ट्रेडिंग की तरीका है और आप इस रणनीति का पालन कर सकते हैं, क्योंकि इस रणनीति को एल्गो ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छी रणनीति मानी जाती है। इसमें तकनीकी संकेतक, वॉल्यूम और रिस्क रिवॉर्ड रेशों को ध्यान में रखते हुए इस दिशा में ट्रेड की जाती है जिस दिशा में बाजार जा रहा है।

जी हां, ज़ेरोधा एल्गो ट्रेडिंग की अनुमति देता है। ज़ेरोधा के जो API होते हैं  आपको विभिन्न प्रकार के ऑर्डर देने की अनुमति देता है मार्केट ऑर्डर्स, लिमिट ऑर्डर्स और स्टॉप-प्लॉट ऑर्डर्स। इसके साथ-साथ इसमें तकनीकी संकेतक के आधारित अलग-अलग रणनीतियां भी लागू कर सकते हैं।

अगर हम एल्गो ट्रेडिंग की सटीकता की बात करें तो इसकी सटीकता बहुत उच्च होती है। इसको उच्च सटीक इसीलिए माना जाता है क्योंकि यह मानवीय त्रुटि से मुक्त है और ट्रेडों को शीघ्रता से निष्पादित कर सकता है।

एल्गो ट्रेडिंग में उपयोग किए जाने वाले सर्वोत्तम तकनीकी संकेतक हैं:

  • मूविंग एवरेज
  • रिलेटिव स्ट्रैंथ इंडेक्स (RSI)
  • सुपरट्रेंड्स (WAP)
  • एवरेज डायरेक्शनल इंडेक्स (ADI)
  • बॉलिंगर बैंड्स

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