Bearish Kicker Candlestick Pattern in Hindi: तकनीकी विश्लेषण में कैंडलेस्टिक पेटर्न्स का एक महत्वपूर्ण भूमिका है। इसीलिए सभी ट्रेडर्स यानी नए, पुराने, प्रोफेशनल को कैंडलेस्टिक पेटर्न्स का महत्व जानना बेहद जरूरी है। क्योंकि कैंडलेस्टि्क्स एक ऐसा चीज है जिसको अगर आप अच्छे से सीख लेते हैं तो आपको ट्रेडिंग करने में काफी मदद मिलती है।
इसीलिए इस लेख के जरिए हम एक ऐसा कैंडलेस्टिक पेटर्न के बारे में जानेंगे जिसका नाम है बेयरिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न और इसको डबल कैंडलेस्टिक पेटर्न भी कहा जाता है।
बेयरिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है? (What is Bearish Kicker Candlestick Pattern in Hindi)
जब कोई शेयर की कीमत एक मजबूत अपट्रेंड में चल रहा होता है और लगातार बुलिश मोमबत्तियाँ बनाकर अपट्रेंड को जारी रख रहा होता है और मार्केट एक रेजिस्टेंस लेवल के आसपास जाकर पहुंचता है।
तब इस रेजिस्टेंस लेवल पर सबसे पहले एक बुलिश हरा रंग की मोमबत्ती देखने को मिलता है और अगले दिन मार्केट इस बुलिश मोमबत्ती के शुरुआती कीमतके नीचे गैप डाउन खुलता है और एक बेयरिश मोमबत्ती बनाता है।
जब भी कोई स्टॉक में इस तरीके की दो मामबत्तियां का फार्मेशन होता है तब इसे हम बेयरिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न कहते हैं और यह पैटर्न ट्रेडर्स को बाजार में बेचने का संकेत देता है।
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बेयरिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न का उदाहरण (Bearish Kicker Candlestick Pattern Example in Hindi)
चित्र में आप देख सकते हैं कि Bajaj Finance Ltd की जो शेयर प्राइस है ₹8,175 तक बढ़ रही थी और इसकी प्राइस बढ़ने के बाद आपको एक हरे रंग की मोमबत्ती यानी बुलिश कैंडल देखने को मिली है।
इस कैंडल के बनने के बाद गैप डाउन ओपनिंग होता है और उसके बाद एक लाल रंग की मोमबत्ती यानी बेयरिश कैंडल बनती है। जैसे ही यह लाल रंग की कैंडल बनती है उसके बाद आप देख सकते हैं की कितनी ज्यादा शेयर की कीमत गिर गई है।
तो आप यहां पर शॉर्ट सेल कर सकते हैं और इस तरीके से आप बेयरिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न का इस्तेमाल कर सकते हैं। [Bearish Kicker Candlestick Pattern in Hindi]
बेयरिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न की विशेषताएं (Characteristics of Bearish Kicker Candlesticks Pattern in Hindi)
बेयरिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न की विशेषताएं:
- यह पैटर्न दो मोमबत्तियों से बनती है: एक बुलिश यानी हरे रंग की मोमबत्ती और दूसरी बेयरिश यानी लाल रंग की मोमबत्ती।
- बुलिश कैंडल (पहली कैंडल) के शुरुआती कीमत के थोड़ी सी नीचे गैप डाउन बनाकर बेयरिश कैंडल (दूसरी कैंडल) ओपन होती है।
- यह पैटर्न अपट्रेंड के अंत में यानी चार्ट के टॉप पर बनता हुआ दिखाई देता है।
- यह कैंडलेस्टिक पेटर्न हमेशा रेजिस्टेंस लेवल पर बनना चाहिए।
- बेयरिश कैंडल यानी दूसरी कैंडल आमतौर पर पूरे ट्रेडिंग सत्र के दौरान मजबूत सेलिंग प्रेशर को दर्शाता है।
- उच्च ट्रेडिंग वॉल्यूम पर बेयरिश कैंडल यानी दूसरी कैंडल बनता है जो बिकवाली के दबाव की ताकत की पुष्टि करता है।
- यह पैटर्न एक मजबूत रिवर्सल पैटर्न है जो दर्शाता है कि बाजार की कीमत तेजी से मंदी की ओर जाने वाला है। [Bearish Kicker Candlestick Pattern in Hindi]
बेयरिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न की पहचान कैसे करें? (How to Identify the Bearish Kicker Candlestick Patterns in Hindi)
बेयरिश किकर पैटर्न की पहचान करना बहुत ही ज्यादा आसान है। इस कैंडलेस्टिक पेटर्न को पहचानने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स का पालन करें:
स्टेप 1: पहले वाली कैंडलेस्टिक एक मजबूत तेजी वाली यानी महत्वपूर्ण उर्ध्व गति वाली हरी मोमबत्ती होनी चाहिए, जो एक मजबूत बाइंग प्रेशर को दर्शाता हो।
स्टेप 2: दूसरी कैंडलेस्टिक एक बड़ी मंदी वाली कैंडलेस्टिक होनी चाहिए जो पिछली तेजी वाली कैंडलेस्टिक के नीचे एक गैप डाउन के साथ खुलेगी और फिर यह शुरुआती कीमत से नीचे बंद हो जाएगी।
स्टेप 3: यह कैंडलेस्टिक एक मजबूत मंदी से उलटफेर का संकेत देता है जो दर्शाता है कि सेलर्स ने पूर्ण नियंत्रण ले लिया है।।
यह तीन स्टेप्स को फॉलो करके आप बेयरिश किकर कैंडलेस्टिक को आसानी से पहचान कर सकते है और इसकी पहचान करके ट्रेडिंग में अच्छे खासे लाभ ही बना सकते हैं। [Bearish Kicker Candlestick Pattern in Hindi]
बेयरिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न की गठन (Bearish Kicker Candlestick Pattern Formation in Hindi)
बेयरिश किकर पैटर्न एक शक्तिशाली कैंडिस्टिक पैटर्न है जो बेयरिश ट्रेंड की संकेत देता है। इस पैटर्न की जो पहली कैंडल होती है वह एक बुलिश कैंडल होती है जो मजबूत बाइंग प्रेशर को दर्शाता है।
और जो दूसरी कैंडल होती है वह एक लंबी मंदी वाली कैंडल होती है वह पिछली वाली कैंडल के low के नीचे open होता है। जो दूसरी कैंडल होती है वह एक शार्प गैप डाउन के साथ खुलता है और यह मजबूत मंदी की गति को प्रतिनिधित्व करता है।
यह पैटर्न आमतौर पर अपट्रेंड के बाद ही बनता है जो संकेत देता है कि सेलर्स अब बाजार में एक्टिव होने वाले हैं और अब आप शॉर्ट सेलिंग कर सकते हैं। यह combination एक बेयरिश किकर पैटर्न गठन करता है, जो एक महत्वपूर्ण शेयर की कीमत गिरावट की संभावना का संकेत देता है।
बेयरिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न के साथ व्यापार कैसे? (How to Trade with the Bearish Kicker Candlesticks Pattern in Hindi)
अगर हम बात करें बेयरिश किकर या फिर चाहे कोई भी कैंडलेस्टिक पेटर्न हो कहीं भी बने उसे पर ट्रेड नहीं किया जाता है। मतलब कि जब तक कि यह पैटर्न किसी निर्दिष्ट जगह जैसे कि रेजिस्टेंस लेवल पर नहीं बनता है तो वहां पर हम ट्रेड नहीं कर सकते हैं।
बेयरिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न में एंट्री कब ले?
बेयरिश किकर कैंडलेस्टिक पैटर्न बनते ही ट्रेड में एंट्री नहीं लेनी है, कन्फर्मेशन कैंडल की wait करें और जैसे ही उसके अगली कैंडल लाल रंग की यानी बेयरिश कैंडल की low को ब्रेक कर दे तब आप ट्रेड में एंट्री ले सकते हैं।
मतलब की तीसरी कैंडल ओपन होते ही आप ट्रेड में एंट्री के लिए जा सकते हैं यानी दूसरी मोमबत्ती के निचले स्तर के ठीक नीचे आप अपना सेल ऑर्डर दे सकते हैं। [Bearish Kicker Candlestick Pattern in Hindi]
बेयरिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न में टारगेट कहां सेट करें?
इस पैटर्न के लिए टारगेट निर्धारित करना महत्वपूर्ण है जो आपको अनुकूल जोखिम-प्रति-इनाम अनुपात प्रदान करे, यानी आप अपना टारगेट 1:2,1:3 के हिसाब से सेट कर सकते हैं।
अगर आप आसान तरीके से अपना प्रॉफिट टारगेट रखना चाहते हैं तो प्रमुख सपोर्ट लेबल्स की खोज करें और अपना टारगेट सपोर्ट लेवल पर सेट कर दे।
बेयरिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न में स्टॉप लॉस कहां सेट करें?
इस पैटर्न के लिए आप अपना स्टॉप लॉस दूसरी बेयरिश कैंडल के high के थोड़ी ऊपर सेट कर सकते हैं। अगर आप एक शुरुआती ट्रेडर है तो यह आपके लिए एक अच्छा स्टॉप लॉस प्लेसमेंट हो सकता है।
दूसरी ओर, अगर आप मार्केट की थोड़ी बहुत समझ रखते हैं या फिरअपना स्टॉप लॉस थोड़ा बड़ा रखना चाहते हैं तो पहली कैंडल यानी बुलिश कैंडल के high के थोड़ी ऊपर रख सकते हैं।
निष्कर्ष
एक अपट्रेंड के बाद जब यह पैटर्न बनता है तब संभावना बढ़ जाती है कि बेयरिश रिवर्सल हो सकता है। ध्यान रखें की जब भी यह पैटर्न एक ट्रेंड के बाद यानी रेजिस्टेंस लेवल पर बनता है तब आपको ट्रेड करना है।
जब भी आप इस कैंडलेस्टिक पेटर्न को ट्रेड करेंगे ध्यान रखें कि इसे बड़े टाइम प्रेम के साथ देखें, क्योंकि जितने बड़े टाइम प्रेम होंगे उतना ही ज्यादा यह कैंडलेस्टिक काम करता हुआ दिखाई देगा।
उम्मीद करते हैं कि इस ब्लॉग के जरिए दिए गए जानकारी आपको अच्छी लगी होगी, कैंडलेस्टिक पेटर्न्स के बारे में अधिक जानने के लिए आप हमारे दूसरे लेख भी पढ़ सकते हैं। और अगर आपको इस विषय के संबंधित किसी भी तरह की जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट करके भी बता सकते हैं। [Bearish Kicker Candlestick Pattern in Hindi]
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बेयरिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न –
Q1. क्या बेयरिश किकर बुलिश किकर से बेहतर है?
बेयरिश किकर बुलिश किकर से बेहतर है या नहीं इसकी तुलना नहीं किया जा सकता है। क्योंकि यह दोनों कैंडलेस्टिक पेटर्न्स अलग-अलग बाज़ार परिदृश्य में उपयोग किया जाता। बाजार में बेयरिश किकर तेजी से मंदी को दर्शाता है जबकि बुलिश किकर मंदी से तेजी का संकेत देता है।
Q2. बेयरिश किकर की सफलता दर क्या है?
बेयरिश किकर कैंडलेस्टिक पेटर्न तेजी से मंदी की ट्रेंड रिवर्सल को दर्शाता है और इस पैटर्न की सफलता दर है 60-80%. इस कैंडलेस्टिक पेटर्न को लाभदायक माना जाता है, लेकिन यह लाभदायक तभी होगा जब इसे सही तरीके से और उचित जोखिम प्रबंधन के साथ करेंगे।
Q3. कौन सा कैंडलस्टिक पैटर्न सबसे अधिक मंदी वाला है?
5 सबसे अधिक मंदी वाली कैंडलेस्टिक पेटर्न्स:
- शूटिंग स्टार
- बेयरिश एंगल्फिंग
- बेयरिश किकर
- डार्क क्लाउड कवर
- इवनिंग स्टार
Q4. क्या बेयरिश किकर केवल कैंडलस्टिक चार्ट के लिए है?
हां, बेयरिश किकर पैटर्न कैंडलेस्टिक पेटर्न की ही भाग है और यह केवल कैंडलेस्टिक चार्ट के लिए ही है।
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