ट्रेडिंग कैसे सीखे? | ट्रेडिंग सीखने के 10 बेहतरीन तरीके

ट्रेडिंग कैसे सीखे

ट्रेडिंग कैसे सीखे: आप लोग अक्सर स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के बारे में सुने होंगे। बहुत सारे लोग होते हैं जो ट्रेडिंग करके लाखों में प्रॉफिट बना लेते हैं और वही बहुत सारे लोग ऐसे भी हैं जो हजारों, लाखों का लॉस भी करते हैं। जब भी कोई बिगनर्स स्टॉक मार्केट में प्रवेश करता है तो उसके मन में यह सवाल तो आता ही है कि यह ट्रेडिंग क्या होता है और इसे कैसे सीखे।

और शुरुआती ट्रेडर्स को यह सवाल का मन में आना जायज भी है, क्योंकि जब तक किसी को ट्रेडिंग के बारे में पता नहीं होगा और इसे सीखने के तरीके पता नहीं होंगे तब तक वह तय कैसे करेगा कि उसकी जोखिम क्षमता और लक्ष्य के हिसाब से उसे क्या उपयुक्त होगा।

इसीलिए आज हम इस लेख में बताने वाले हैं बहुत ही मूल विषय के बारे में ट्रेडिंग क्या होता है और इसे सीखने के तरीके क्या है? आमतौर पर यह सवाल उन लोगों के दिमाग में सबसे ज्यादा आता है जो शेयर बाजार में बेगिनेर है। [ट्रेडिंग कैसे सीखे]

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अगर हम आसान भाषा में समझे तो ट्रेडिंग का मतलब होता है व्यापार। व्यापार का मतलब होता है किसी चीज को खरीदना और फिर उसे बढ़े हुए दाम कितना है पर बेचना, ताकि लोगों को लाभ हो सके। ठीक इसी तरह शेयर बाजार में शेयर्स को खरीद लेना और जैसे ही उस शेयर्स की कीमत बढ़ जाए उसे बेचकर लाभ कमाने को ही शेयर बाजार में ट्रेडिंग कहते हैं।

ट्रेडिंग में लोग शेयर्स को बहुत कम समय के लिए हॉल करते हैं, जैसे की 5 मिनट, एक घंटा, एक हफ्ता या कुछ महीने। ट्रेडिंग में कंपनी के विवरण जाने बिना बस प्राइस देखकर शेयर्स खरीद लेते हैं। क्योंकि ट्रेडिंग में लोगों को बस कीमत के उतार-चराव से मतलब होता है।

ट्रेडिंग में लोग प्रॉफिट जल्दी बना लेते हैं, लेकिन यहां रिस्क भी बहुत ज्यादा होता है। क्योंकि कीमत की उतार-चराव शॉर्ट-टर्म में बहुत तेज होती है। उदाहरण के रूप से ट्रेडिंग को समझे; मान लीजिए की आज आपने ₹100 की शेयर खरीदे और आज ही उसे ₹110 कीमत होने पर आपने उसे बेचकर लाभ कमा लिया, तो इसी प्रक्रिया को कहते हैं व्यापार।

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ट्रेडिंग सीखने के 10 बेहतरीन तरीकों की सूची:

ट्रेडिंग की गहराइयों में जाने से पहले आपको ट्रेडिंग की मूल बातें समझाना बहुत ही ज्यादा महत्व है। ट्रेडिंग की मूल बातों पर महारत हासिल करने से आप अधिक उन्नत रणनीतियों और तकनीकों की पता कर सकते हैं। 

अगर हम ट्रेडिंग में बेसिक्स की बात करें तो आपको टेक्निकल एनालिसिस (कैंडलेस्टिक पेटर्न्स, चार्ट पेटर्न्स, कंटीन्यूअशन पैटर्न), ट्रेडिंग के लिए लोकप्रिय तकनीकी संकेतक (मूविंग एवरेज, EMA, MACD, RSI, फाइबोनैचि रिट्रेसमेंट) और इसके साथ-साथ आपको एंट्री/एग्जिट पॉइंट्स, स्टॉप-लॉस ऑर्डर्स, सपोर्ट तथा रेजिस्टेंस लेवल्स के बारे में सीखना होगा।

यूट्यूब से ट्रेडिंग सीखने का सबसे अच्छा या सबसे सस्ता तरीका है। यूट्यूब के वीडियो आपको फ्री में बहुत कुछ सिखा देते हैं, लेकिन बहुत सारे लोगों को पता ही नहीं होता कि क्या सीखना है। यूट्यूब वीडियो के माध्यम से सबसे पहले चीज आपको सीखना है ऑपरेटिंग, मतलब कि आप जिस भी प्लेटफार्म के मदद से ट्रेडिंग करते हैं आपको उसे अच्छे तरीके से चलाना आना चाहिए।

दूसरी चीज जो आपको सीखना है तकनीकी विश्लेषण इसके बारे में आपको यूट्यूब में मिल जाएंगे। तीसरी चीज जो आपको सिखानी है की मार्केट क्या होता है, मार्केट कैसे बना हुआ है, यह आखिर किन-किन कारणों के वजह से मूव करता है और यह काम कैसे करता है?

चौथी चीज जो आपको समझनी है ट्रेडिंग के कौनसी-कौनसी प्रकार होती है जैसे कि स्काल्पिंग, इंट्राडे, ऑप्शंस, सेविंग, पोजीशनल ट्रेडिंग इन सब के बारे में आपको जानना चाहिए। पास भी चीज और सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण चीज है कि आपको यूट्यूब पर लाइव वीडियो देखनी चाहिए, जो जो अच्छे ट्रेडर्स होते हैं उनके आप लाइव वीडियो देखें और समझे किवह किस तरीके से अपना साइकोलॉजी कंट्रोल कर रहा है और कहां पर कैसे एंट्री/एग्जिट लेते हैं। [ट्रेडिंग कैसे सीखे]

ट्रेडिंग में किताबें प्रमुख भूमिका निभाते हैं और किताबों के माध्यम से ट्रेडिंग को सिखाना आपको ट्रेडिंग की दुनिया में आगे ले जा सकता है। कहा जाता है की किताबें आपको प्रैक्टिकल नॉलेज नहीं दे सकता है, लेकिन प्रैक्टिकल नॉलेज को तब अप्लाई करेंगे जब आपके पास थियोरेटिकल नॉलेज होगा। 

ट्रेडिंग कैसे सीखे

इसीलिए आपको ट्रेडिंग के किताबों को पढ़ना चाहिए क्योंकि यह आपको प्रैक्टिकल स्ट्रैटेजिस और गहरी अनुसंधान प्रस्ताव करता है। ट्रेडिंग को सीखने के लिए किताब पढ़ना जरूरी है, किताबें जैसे “Trading in the Zone”, “Price Action Trading”, “The Intelligent Investor” “High Probability Trading” “Super Trader” इत्यादि को पढ़ के आप अपने ट्रेडिंग यात्रा को शुरू कर सकते हैं।

ऑनलाइन कोर्सेज लेना अनिवार्य नहीं होता है। अगर आपके पास बजट है या फिर ट्रेडिंग को सीखने के लिए आप थोड़ा बहुत पैसे खर्च कर सकते हैं, तो आप निश्चित रूप से एक ऑनलाइन ट्रेडिंग कोर्स ले सकते हैं वह भी किसी विश्वसनीय व्यक्ति से।

ऑनलाइन कोर्स लेने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपका बहुत सारा समय बच जाता है, आपके यहां वहां भटकना नहीं पड़ता है। क्योंकि कोर्स में स्टेप-बाय-स्टेप गाइड के साथ सरल तरीके से सजाया जाता है और इसमें आपको बेसिक से लेकर एडवांस्ड concepts मिलते हैं। इसीलिए quality courses को लेकर आप कम समय के भीतर ट्रेडिंग को सीख सकते हैं। [ट्रेडिंग कैसे सीखे]

आपको एक ऐसा गुरु ढूंढना होगा जो आपको गाइड कर सके। अब यह गुरु कोई भी हो सकता है जो ट्रेडिंग करियर में पेशेवर है, प्रॉफिट बना रहे हैं। एक गुरु का होना आवश्यक इसीलिए है क्योंकि उसको बहुत सारी चीज पता होगी ट्रेडिंग के बारे में जो आपको नहीं पता है। 

इसीलिए वह आपको ट्रेडिंग सीखने में सही रास्ता दिखा सकता है। एक गुरु होने से गाइडेंस, सहायता प्रदान करके ट्रेडिंग में आपकी सीखने की यात्रा में काफी वृद्धि हो सकती है।

अगर आप ट्रेडिंग को सीखना चाहते हैं तो आपको एक ट्रेडिंग जर्नल रखना बहुत ही ज्यादा जरूरी है। ट्रेडिंग जर्नल का मतलब होता है एक ऐसी नोटबुक जहां पर आप लिखते हैं जब भी आप ट्रेड लेते हैं कि आपने कब क्यों कहा और कितने पैसे से, कितने क्वांटिटी में ट्रेड लिए है।

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इन सभी के बारे में टाइम तो टाइम अपने ट्रेडिंग जनरल में लिखे। जिसमें आप यह भी लिखा कि उस ट्रेड के समय पर आपके इमोशंस कैसे कम कर रहे थे। क्या उस समय पर आपके इमोशंस नियंत्रण के बाहर हो गए थे और अगर हुए थे तो आखिर यह किस कारण से हुए थे। इन सारी चीजों को आपको अपनी ट्रेडिंग जर्नल में लिखनी है और बाद में इसे एनालाइज भी करना है। [ट्रेडिंग कैसे सीखे]

पॉडकास्ट के माध्यम से ट्रेडिंग को सिखाना सबसे अच्छा तरीका हो सकता है। पॉडकास्ट एक बिगनर ट्रेडर के लिए सीखने का सही उपकरण हो सकता है, क्योंकि इसमें आपको ट्रेडिंग के बारे में बहुत सारे नए-नए चीज़ सीखने को मिलते हैं। पॉडकास्ट आसानी से मिल जाता है और इसे आप कहीं भी सुन सकते हैं जैसे की ट्रैवल करते समय, एक्सरसाइज करते समय या अन्य कोई भी काम करते वक्त सुन सकते हैं औरज्ञान लाभ कर सकते हैं।

ट्रेडिंग कैसे सीखे

पॉडकास्ट में सफल ट्रेडर्स और एक्सपीरियंस ट्रेडर्स का इंटरव्यू भी होते हैं जो अपना ट्रेडिंग रणनीति, टेक्निक्स, टिप्स और भी बहुत सारे चीज शेयर करते हैं। और यह लोग पॉडकास्ट के माध्यम से यह भी शेयर करते हैं कि ट्रेडिंग करते समय इमोशंस को कैसे मैनेज करें, डिसिप्लिन को मेंटेन कैसे करें और अच्छे निर्णय कैसे ले इन सब के बारे में भी बताते हैं।

आजकल देख तो ऑनलाइन का जमाना आ गया है, इसीलिए आप सिर्फ एक मोबाइल या लैपटॉप के जरिए अपने घर बैठे ब्लॉग के माध्यम से ट्रेडिंग सीख सकते हैं। किताबों के अलावा आप गूगल में आर्टिकल पढ़कर भी ट्रेडिंग की दुनिया का आनंद उठा सकते हैं।

ट्रेडिंग कैसे सीखे

आज के समय में ऐसे बहुत सारे वेबसाइट है जो ट्रेडिंग के विषय के बारे में लिखते हैं और लगभग हर तरह के प्रश्न का उत्तर आपको इन वेबसाइटों में मिल जाएंगे। मैं आपको कुछ बेहतरीन वेबसाइटों के बारे में सुझाव दूंगा जिनको फॉलो करके आप ट्रेंडिंग सीख सकते हैं (Investopedia, Alice Blue, 5 Paisa, Groww, Bajaj Finserv). [ट्रेडिंग कैसे सीखे]

ऑनलाइन कम्युनिटीज में शामिल होकर ट्रेडिंग सीखने के सबसे उपयोगी तरीकों में से एक है। आजकल आपको बहुत सारे कम्युनिटीज मिल जाएंगे जहां पर आप जुड़के ट्रेडिंग सीख सकते हैं। लेकिन आपको हमेशा ध्यान में रखना है कि दिनेश जी ने जो सबसे बेहतरीन कम्युनिटीज होते हैं वहां पर आपको ज्वाइन होना है।

मतलब की आपको ऐसे कम्युनिटीज के साथ जुड़ना है जो उच्च स्तरीय गतिविधि और प्रबंधन के साथ हो। क्योंकि कम्युनिटी में जो एक्सपीरियंस ट्रेडर्स होते हैं वह अपना रणनीति, टिप्स, टेक्निक्स, मार्केट एनालिसिस और रिस्क मैनेजमेंट के बारे में चर्चा करते हैं, जो आपके लिए बेहद फायदेमंद हो सकते हैं।

पेपर ट्रेडिंग नए ट्रेडर्स के लिए एक ऐसा जरिया हे ट्रेडिंग सीखने का वह भी बिना अपने पैसे को जोखिम में डाले। क्योंकि पेपर ट्रेडिंग एक सरल ट्रेडिंग प्रक्रिया है जहां आप अभ्यास कर सकते हैं बिना असली पैसे के। 

पेपर ट्रेडिंग के जरिए आप अलग-अलग तरीके की रणनीतियां सीख सकते हैं और अपने ट्रेडिंग कौशल में सुधार कर सकते हैं। पेपर ट्रेडिंग में आपको आपकी असली पैसों की रिस्क नहीं होता है, क्योंकि इसमें पहले से ही आपको नकली पैसे मिल जाते हैं। Frontpage, Zerodha, Money Bhai यह सब बहुत अच्छे पेपर ट्रेडिंग apps है, जहां पर आप ट्रेडिंग का अभ्यास कर सकते हैं।


बिगिनर्स और एडवांस्ड ट्रेडर्स दोनों ही के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखना पास्कल बेहद सुलभ हो गया है। क्योंकि आजकल ऑनलाइन में असंख्य मात्रा में मूल्यवान रिसोर्सेस उपलब्ध है, जिनका सही इस्तेमाल करके किसी भी तरह की ट्रेडर ट्रेडिंग में सक्सेसफुल बन सकते हैं। 

ऑनलाइन ट्रेडिंग आप लोगों को फ्लैक्सिबिलिटी प्रदान करता है। क्योंकि चाहे आप घर, ऑफिस या कहीं पे भी रहकर ऑनलाइन ट्रेडिंग कर सकते हैं। इसके लिए बस दो-तीन चीजों की जरूरत है जो की है मोबाइल या लैपटॉप और इंटरनेट बस। [ट्रेडिंग कैसे सीखे]

ट्रेडिंग कैसे सीखे

फिर आप यूट्यूब चैनल, वित्तीय समाचार वेबसाइटें, ट्रेडिंग सिम्युलेटर, ब्लॉग के जरिए, ऑनलाइन ट्रेडिंग कम्युनिटी से जुड़के, पेपर ट्रेडिंग में डेमो अकाउंट बनाकर इत्यादि रिसोर्सेस का सदुपयोग करके आप ऑनलाइन ट्रेडिंग सीख सकते हैं। इन सब रिसोर्सेज की खास बात यह है कि आपको उनके लिए पैसे खर्च नहीं करने पड़ेंगे, बिना पैसे खर्च किया आप ट्रेडिंग बिल्कुल फ्री में ही सीख सकते हैं।

लेकिन आपको हमेशा ध्यान रखना है कि आप जहां से भी ऑनलाइन के माध्यम से ज्ञान ले रहे हैं वह वैल्युएबल इनसाइट्स प्रदान कर रहे हैं कि नहीं। आपको ऐसा व्यक्ति से सीखना है जो ट्रेडिंग की अच्छी खासी अनुभव रखता हो और लाभदायक भी हो, क्योंकि ऐसे व्यक्ति ही ट्रेडिंग की दुनिया में आपको आगे बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।


इंट्राडे ट्रेडिंग को सीखने से पहले आपको यह पता होना जरूरी है कि असल में यह इंटरनेट रीडिंग होता क्या है। इंट्राडे ट्रेडिंग का मतलब होता है ऐसी ट्रेडिंग जो की बस एक ही दिन की होती है यानी जिसमें हम शेयर्स की बाइंग और सेलिंग दोनों एक ही दिन में करते हैं और हमें प्रॉफिट और लॉस भी उसी दिन ही हो जाता है। इस ट्रेडिंग को हम स्टॉक, फ्यूचर्स/ऑप्शंस और कमोडिटीज में कर सकते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग को सीखने के लिए आपको तकनीकी विश्लेषण (कैंडलेस्टिक पेटर्न्स, चार्ट पेटर्न्स), तकनीकी संकेतक (मूविंग एवरेज, MACD, RSI) और जोखिम प्रबंधन को सिखाना अत्यंत आवश्यक है। 

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए रणनीतियाँ सीखें जैसे स्काल्पिंग रणनीति, मोमेंटम रणनीति इत्यादि। इसके अलावा आप डेमो अकाउंट या पेपर ट्रेडिंग का इस्तेमाल करके इंट्राडे ट्रेडिंग सीख सकते हैं वह भी रियल मनी जोखिम में डाले बिना। [ट्रेडिंग कैसे सीखे]


ट्रेडिंग को जानना और ट्रेडिंग को सीखने के साथ-साथ आपको यह भी पता होना चाहिए की ट्रेनिंग सीखने का महत्व क्या है, तो आईए जानते हैं ट्रेडिंग के महत्व के बारे में:

1. वेल्थ क्रिएशन: ट्रेडिंग एक ऐसा अवसर है जिसके जरिए ट्रेडर्स अपना वेल्थ को बढ़ा सकता है। सही रणनीति के साथ, ट्रेडर्स बढ़ते और गिरते दोनों बाजारों से बाइंग और सेलिंग करके लाभ उठा सकते हैं।

2. स्वतंत्रता और लचीलापन: ट्रेडिंग आपको फ्लैक्सिबिलिटी प्रदान करता है, क्योंकि अगर आपके पास सिर्फ मोबाइल और इंटरनेट हो तो दुनिया के किसी भी कोने से आप ट्रेडिंग कर सकते हो। ट्रेडिंग को आप पार्ट-टाइम की तरह भी कर सकते है। अगर आप जॉब करते हो या कोई भी काम करते हो, फिर भी एक ट्रेडर के पास निर्णय लेने का पूरा फ्रीडम होता है कि वह कौन से टाइम पर ट्रेडिंग करना चाहते हैं।

3. पर्सनल ग्रोथ तथा सेल्फ डिसिप्लिन: ट्रेडिंग में सफल होने के लिए धैर्य, अनुशासन और भावनाशून्यता की आवश्यकता है। इसके लिए आपको सिखाना होगा कि ट्रेडिंग में सही अफसर के लिए कैसे इंतजार किया जाता है। ट्रेडिंग आपको सिखाती है कि डर, लालच, अधीर और अतिआत्मविश्वास को कैसे संभालना है। यह आत्म-जागरूकता आपके पर्सनल विकास और सेल्फ डिसिप्लिन के लिए फायदेमंद हो सकता है। [ट्रेडिंग कैसे सीखे]

4. डायवर्सिफिकेशन: ट्रेडिंग सीखने से व्यक्तिगत वित्त के लिए अधिक डायवर्सिफाई की अनुमति देती है। मतलब की एक ट्रेडर भिन्न बाजार (स्टॉक, इंडेक्स, कमोडिटीज, क्रिप्टोकरंसी) में ट्रेडिंग कर सकते हैं  और यह डायवर्सिफाई बाज़ार प्रदर्शन अवसर ढूंढने में मदद कर सकता है।

5. जोखिम प्रबंधन कौशल: ट्रेडिंग में जोखिम प्रबंधन बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है। ट्रेडर्स को जोखिम को मैनेज करना आना चाहिए, ताकि वह अपने कैपिटल को रक्षा कर सके और अधिकतम लाभ कमा सके।


ट्रेडिंग में सफल होने के लिए हर एक ट्रेडर को इन 5 नियमों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है:

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जो सफल ट्रेड होते हैं वह हमेशा किसी न किसी योजना का पालन करते हैं। ट्रेडिंग योजना का मतलब होता है कि किसीट्रेडिंग रणनीति या तकनीकी सेट अप का पालन करते हैं। इसीलिए हर एक ट्रेडर के उसकी ट्रेडिंग योजना में उसे बाजार में कहा पर एंट्री लेनी है, कहां पर स्टॉपलॉस लगाना है, कहां पर एग्जिट करना है और उसका ट्रेड में Risk-Reward-Ratio क्या होना चाहिए और सबसे महत्वपूर्ण बात हर एक ट्रेडर के ट्रेडिंग योजना में यह स्पष्ट होता है कि उसका ट्रेडिंग स्टाइल क्या है।

आपको हमेशा भावनात्मक ट्रेडिंग से दूर रहना चाहिए। आपको कभी भी किसी भी ट्रेड में इमोशनल होकर ट्रेड लेने की जरूरत नहीं है। ट्रेडिंग करते समय आपको हमेशा अपने भावनाएँ को नियंत्रण में रखना होगा। जिनको पता नहीं की इमोशनल ट्रेडिंग क्या होती है उन्हें मैं बता दूं कि जब कोई ट्रेडर जोश में आकर या ट्रेड छूट न जाए इस प्रकार की भावनाओं में आकर ट्रेड में एंट्री करते हैं, इसको ही इमोशनल ट्रेडिंग कहते हैं। [ट्रेडिंग कैसे सीखे]

जो लोग आपको बाजार में ट्रेडिंग करने की टिप्स देते हैं, आपको उनकी टिप्स पर कभी भी काम नहीं करना चाहिए। क्योंकि अगर आप ऐसा करते हो तो आप देखोगे कि आखिर में आपको नुकसान ही उठाना पड़ेगा। जो नए ट्रेडर्स होते हैं वह सोशल मीडिया या फिर टेलीग्राम ग्रुप पर दिए जाने वाले टिप पर काम करते है और आखिर में यह लोग लॉस में ही चले जाते हैं। इसीलिए एक बात का हमेशा ध्यान रखें की अगर आप एक सफल ट्रेडर बनना चाहते हैं तो आपको तकनीकी  संकेतक सिखाना ही पड़ेगा।

जब आप बाजार में ट्रेडिंग करते हैं तब इस बात का हमेशा ध्यान रखिए कि आपको ट्रेड में टारगेट का पता हो या ना हो, लेकिन आपको स्टॉप-लॉस का पता हमेशा होना ही चाहिए। अगर आप अपनी ट्रेडिंग प्लान में स्टॉप-लॉस का पालन नहीं कर रहे हैं तो इसका सीधा सा मतलब यह है कि आप बाजार में जुआ खेल रहे हैं। [ट्रेडिंग कैसे सीखे]

चाहे ट्रेडिंग हो या दूसरा कोई और बिजनेस आपको हर जगहरिस्क मैनेजमेंट करना आना ही चाहिए। हर एक सक्सेसफुल ट्रेडर यह जानता और समझता है कि ट्रेडिंग में रिस्क मैनेजमेंट का कितना महत्व है। जब कोई ट्रेडर ट्रेडिंग में जोखिम का प्रबंधन करना सीख जाता है तो समझ लीजिए कि वह एक सफल ट्रेडर बनने की तरफ अपनी यात्रा शुरू कर चुका है।


तो ट्रेडर्स इस आर्टिकल में आपने समझा कि एक सफल ट्रेडर कैसे बना जाता है। और एक सफल ट्रेडर बनने के लिए कौनसे-कौनसे तरीके और नियम होते हैं जिनका पालन करके ट्रेडिंग में सफल होने की यात्रा की शुरुआत कर सकते हैं।

उम्मीद है कि इस लेख के जरिए बताए गए जानकारी आपको पसंद आई होगी, शेयर बाजार के बारे में और भी जानकारी चाहिए तो आप हमारे दूसरे आर्टिकल भी पढ़ सकते हैं। अगर इस लेख से जुड़ा हुआ किसी भी प्रकार की सवाल आपके दिमाग में है तो आप कमेंट बॉक्स में जाकर पूछ सकते हैं। [ट्रेडिंग कैसे सीखे]

यह भी पढ़े: एल्गो ट्रेडिंग की 5 सर्वोत्तम रणनीतियाँ | 5 Best Algo Trading Strategies in Hindi


ट्रेडिंग सीखने के लिए आपको ट्रेडिंग किताबें पढ़ना चाहिए या फिर अगर आप जल्दी या कम समय के अंदर ट्रेडिंग सीखना चाहते तो किसी एक्सपीरियंस ट्रेडर्स का कोर्स लेना चाहिए। ट्रेडिंग सीखने के लिए सबसे पहले आपको तकनीकी विश्लेषण, तकनीकी संकेतक, सपोर्ट और रजिस्टेंस कैसे ड्रा करते हैं, ट्रेडिंग रणनीतियां इन सब के बारे में सीखना चाहिए।

आमतौर पर एक नए ट्रेडर को ट्रेडिंग को बेसिक से लेकर एडवांस तक सीखने के लिए 3 से 6 महीने लग सकता है। मार्केट हमेशा बदलता रहता है और इस बदलाव के कारण आपको हमेशा निरंतर सीखने का प्रयास करते रहना होगा, तभी आप ट्रेडिंग में लॉन्ग टर्म में बने रह सकते हैं।

ट्रेडिंग में सीखने वाली सबसे पहली चीज है तकनीकी विश्लेषण। तकनीकी विश्लेषण में आपको कैंडलेस्टिक पेटर्न्स, चार्ट पेटर्न्स के साथ-साथ आपको तकनीकी संकेतक के बारे में भी सीखना होगा। ट्रेडिंग में आपको सारंतर सीखने पर ध्यान देना होगा नहीं तो आप इससे लाभ नहीं बना सकते है और।।।।

सबसे आसान तरीका और सबसे सस्ता तरीका यूट्यूब वीडियो देखकर आप घर बैठे ट्रेडिंग सीख सकते हैं। इसके अलावा अगर आप कम समय के अंदर यानी चलती में ट्रेडिंग सीखना चाहते तो आप किसी प्रोफेशनल ट्रेडर्स के कोर्स ले सकते हैं। अगर आपको किताब पढ़ने का शौक है तो आप किताबों से भी ट्रेडिंग सीख सकते हैं।

वैसे तो बहुत सारे ट्रेडिंग ऐप है जहां से आप ट्रेंडिंग सीख सकते हो लेकिन उन्हें में से Zerodha, Dhan, Sensibull, Groww, Angle One इन सबको सबसे बेहतरीन ऐप माने जाते हैं ट्रेडिंग सीखने के लिए।

2 thoughts on “ट्रेडिंग कैसे सीखे? | ट्रेडिंग सीखने के 10 बेहतरीन तरीके”

  1. Keep up the fantastic work! Kalorifer Sobası odun, kömür, pelet gibi yakıtlarla çalışan ve ısıtma işlevi gören bir soba türüdür. Kalorifer Sobası içindeki yakıtın yanmasıyla oluşan ısıyı doğrudan çevresine yayar ve aynı zamanda suyun ısınmasını sağlar.

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